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उल्हासनगर में लाॅकडाऊन की उड़ रही धज्जियां, खुल रही दुकानें, घूम रहे लोग, पुलिस प्रशासन हुआ नरम

* परप्रांतियों की भीड़ देखकर घरों से बाहर निकलने लगे लोग
* शहर में खुलती जा रही है हर तरह की दुकानें 
* 45 दिनों से लगातार कार्य करके पुलिस व प्रशासन परेशान
* उल्हासनगर में अभी भी 13 कोरोना के एक्टिव मरीज
* उल्हासनगर-4 संभाजी चौक परिसर में एक और महिला कोरोना पाॅजिटीव मिली
* लाॅकडाऊन का उल्लंघन करने वाले दूसरों की जान को डाल रहे खतरे में 
* मनपा कर्मियों की मौजूदगी में सब्जी मंडियों पर सामाजिक दूरी का पालन नहीं
* शहरवासी कोरोना वायरस को लेकर गंभीर नहीं

उल्हासनगर। करण बोधा
   
    यूं तो देशभर में लाॅकडाऊन की अवधि 17 मई 2020 तक बढ़ाई गई है लेकिन ऐसा लग रहा है कि उल्हासनगर शहरवासियों के लिए यह अवधि 3 मई तक ही थी शहरवासी शायद यह भूल गए हैं कि शहर में कोरोना के 13 एक्टिव मरीज हैं और लाॅकडाऊन का सख्ती से पालन करते हुए उन्हें घरों में ही रहना है केवल आवश्यक व अतिआवश्यक वस्तुओं को खरीदने के लिए ही उन्हें घरों से बाहर निकलना है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से लाॅकडाऊन के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है शहर में बिना अनुमति के खान-पान के अलावा भी कई दुकानें खुल रही हैं, लोग खुले तौर पर आम दिनों की तरह घूम रहे हैं। पुलिस व प्रशासन के नरम रवैये को देखते हुए शहर की जनता ने इसका दुरुपयोग कर स्वयं कोरोना को अपने घर बुलाने की ठान ली है। बताया गया है कि जबसे परप्रांतियों को उनके गांव बेचने की प्रक्रिया शुरू हुई है तबसे परप्रांति डाॅक्टरों, पुलिस स्टेशन व मनपा परिसर में सैकड़ों की तादाद में नजर आते हैं जिस कारण लोग इसका फायदा उठाते हुए घरों से बाहर निकल रहे हैं। पुलिस व प्रशासन को एक बार सख्त होने की आवश्यकता है पेट्रोल पम्प पर पहले की ही तरह अत्यावश्यक सेवाओं को ही पेट्रोल दिया जाना चाहिए। उल्हासनगर शहर में जो कोरोना की संख्या 17 है उसको बढ़ने में समय नहीं लगेगा। मनपा कर्मचारियों की मौजूदगी में सब्जी मंडियों में आज भी सामाजिक दूरी की धज्जियां उड़ाई जा रही है। 
   मुंबई के घाटकोपर निवासी एक गर्भवती महिला प्रसुति के लिए उल्हासनगर-4 के संभाजी चौक परिसर शिवसेना शाखा के पास अपने रिश्तेदार के पास रहने आयी थी कल्याण में उसे भर्ती किया गया जहां उसकी कोरोना जांच के बाद गुरुवार सुबह को रिपोर्ट पाॅजिटीव पायी गई। उस महिला के सभी रिश्तेदारों को टेऊराम आश्रम में क्वारनटाईन किया गया है।
   उल्हासनगर मनपा क्षेत्र में 6 कन्टेन्टमेंट झोन बनाए गए हैं इन क्षेत्रों में कोरोना के मरीज मिलने के कारण उन परिसरों को सील किया गया है। जिनमें उल्हासनगर-5 में रायगड़ मंडल प्रेम नगर टेकड़ी, उल्हासनगर-4 में संभाजी चौक, मराठा सेक्शन, कच्छी पाड़ा तथा कैम्प 3 में फाॅलोअर लाईन खेमानी डाईंग व शांतिनगर विट्ठल मंदिर से गवाडे स्कूल व ब्राह्मण पाडा गली का समावेश है। मुंबई से आवागमन से पाबंदी हटाए जाने के बाद उल्हासनगर शहर में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि जो मरीज मिले हैं वो आरोग्य अथवा पुलिस से ही जुड़े मुंबई में कार्यरित बताए गए हैं। सम्राट अशोक नगर व ईमली पाडा जैसे क्षेत्र में कोरोना के मरीज मिलने से यह चिंता और भी गंभीर हो गई है क्योंकि इन क्षेत्रों से महिलाएं घर-घर में काम करने भी जाती है तो क्या अब इसे रोक पाना प्रशासन के लिए सरल होगा। लेकिन शहरवासियों की सुरक्षा उनके ही हाथों में है। जब तक शहरवासी लाॅकडाऊन का पालन नहीं करेंगे और अपनी दुकानें खुलेंगे, सड़कों पर घूमेंगे, घरों में मेहमान बुलाएंगे तो कोरोना जरूर ही उनके घरों तक दस्तक देगा। 
   दुकानदार व व्यापारियों द्वारा कालाबाजारी भी जोरों पर चल रही है। शराब-गुटखे के ब्लैक के बाद शहर में अब जुए के अड्डे भी शुरू हो गए हैं। वहीं परप्रांतियों को प्रमाण पत्र के नाम पर भगवान स्वरूप डाॅक्टर भी गरीबों से पैसे लेकर अपने पेशे से गद्दारी कर रहे हैं। ऐसे डाॅक्टर जल्द ही बेनकाब होंगे। वाट्सअप पर अफवाहों का बाजार भी गर्म देखने को मिल रहा है दो दिनों से सब्जी मंडी के 3 दिन बंद की खबरें आ रही थी जो पूरी तरह गलत है और दुकानों के भी खोले जाने की खबरें आ रही थी वो भी पूरी तरह गलत निकली। ऐसी अफवाह फैलाने वालों को पुलिस ढूंढ रही है जल्द ही कार्रवाई होगी। पुराने नियमों के तहत ही सभी दुकानें बंद रहेंगी। केवल किराणा, दूध व सब्जी की दुकानें दोपहर 2 बजे तक खुली रहेंगी और मेडिकल व क्लिनिक पर समय की कोई पाबंदी नहीं रहेगी। मनपा प्रशासन ने केवल फैन की दुकानों को होम डिलेवरी की अनुमति दी है काउंटर सेल की नहीं। बैंक का कारोबार भी लोगों की सहुलियत हेतु जारी रहेगी। शहर के विधायक, महापौर, सत्ताधारी व विपक्षी नेता, नगरसेवक भी केवल सोशल मीडिया पर अपना प्रसार करने में लगे हुए हैं उन्हें अपने चुनावों की चिंता है ना की शहर की। जल्द ही ऐसे नेताओं व नगरसेवकों का पर्दाफाश होगा जो घरों में बैठकर अपने फर्ज से भाग रहे हैं।


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