October 2024

 NCP अजित गुट नेता बाबा सिद्दीकी की मुंबई में हत्या


बाबा सिद्दीकी की हत्या पर मुंबई पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ लिया है। संदेह जताया जा रहा है कि मामले में लॉरेंस बिश्नोई का हाथ है। इस बीच पुलिस ने इस हत्याकांड पर कई अहम खुलासे भी किए हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी पिछले कुछ समय से मुंबई में थे और सिद्दीकी पर कड़ी नजर रख रहे थे। बाबा सिद्दीकी को तीन लोगों ने गोली मारी है। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर दो आरोपियों को पकड़ लिया है। वहीं, एक आरोपी की तलाश जारी है। मुंबई क्राइम ब्रांच ने निर्मल नगर पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता, आर्म्स एक्ट और महाराष्ट्र पुलिस एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत हत्या के सिलसिले में मामला दर्ज किया है। लमान खान के घर ग्लैक्सी अपार्टमेंट के बाहर भारी संख्या में पुलिस के जवान तैनात. सलमान खान बाबा सिद्दीकी के करीबी माने जाते हैं. लॉरेंस बिश्नोई ने कई मौकों पर सलमान को जान से मारने की धमकी दी है.

मुंबई में NCP अजित पवार गुट के नेता और महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। बांद्रा के खेर वाड़ी सिग्नल के पास उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर उन पर 2 से 3 गोलियां चलाई गई। उन्हें तुरंत लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।जानकारी के मुताबिक, बाबा सिद्दीकी रात करीब 9.15 बजे ऑफिस से निकले थे। जिस वक्त फायरिंग हुई उस वक्त वे अपने दफ्तर के पास पटाखे फोड़ रहे थे। तभी एक कार से तीन लोग बाहर निकले। तीनों ने मुंह पर रूमाल बांधा हुआ था। उन्होंने बाबा सिद्दीकी पर तीन राउंड फायरिंग की।एक गोली बाबा सिद्दीकी के सहयोगी के पैर में लगी। इसके बाद दूसरी गोली सिद्दीकी को लगी। गोली लगने से बाबा सिद्दीकी गिर पड़े। लोग उन्हें तुरंत लीलावती अस्पताल लेकर गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। खबर यह भी है कि पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में भी लिया है।

इसी साल 8 फरवरी को कांग्रेस छोड़ी, 10 को NCP जॉइन की थी

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी ने इसी साल 8 फरवरी को कांग्रेस छोड़ी थी। 2 दिन बाद 10 फरवरी को अजित पवार की नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल हो गए थे। सिद्दीकी ने मुंबई में डिप्टी सीएम अजित पवार और NCP के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल सहित दूसरे नेताओं की मौजूदगी में पार्टी जॉइन की थी। NCP की सदस्यता लेने के बाद बाबा सिद्दीकी ने कहा था- कांग्रेस में मुझे करी पत्ते की तरह इस्तेमाल किया गया, जिसका काम सिर्फ स्वाद बढ़ाना होता है। जब आपकी बात न सुनी जाए तो आप किनारा कर ही लेते हैं। अब चिड़िया खेत चुग गई है। सिद्दीकी ने कहा- मैं 48 साल तक कांग्रेस से जुड़ा रहा। इतने समय में लोगों की जिंदगी निकल जाती है। मैं मोटी चमड़ी का नहीं हूं। इसलिए मुझे पार्टी छोड़ते वक्त दुख हुआ। रोज रोने से अच्छा है कि आप दूर हो जाएं। कांग्रेस को सिर्फ वोट चाहिए। उन्हें कुछ देना नहीं है।

बांद्रा में उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर

नकाबपोश हमलावरों ने उन पर 2 से 3 गोलियां चलाईं

इसी साल 8 फरवरी को कांग्रेस छोड़ी, 10 को NCP जॉइन की थी

बाबा सिद्दीकी ने 19 जून 2020 में राहुल गांधी के जन्मदिन पर उनके साथ अपनी ये तस्वीर शेयर की थी। कैप्शन में लिखा था- आप हर आम आदमी की आवाज हैं। एक निडर नेता हैं, जो हमेशा अपनी बात रखते हैं। बाबा सिद्दीकी ने 19 जून 2020 में राहुल गांधी के जन्मदिन पर उनके साथ अपनी ये तस्वीर शेयर की थी। कैप्शन में लिखा था- आप हर आम आदमी की आवाज हैं। एक निडर नेता हैं, जो हमेशा अपनी बात रखते हैं।

रायपुर लोकसभा के प्रभारी थे सिद्दीकी

कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बाबा सिद्दीकी को कुछ समय पहले ही छत्तीसगढ़ के रायपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाया था। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बाद संभावना थी कि वे रायपुर लोकसभा क्षेत्र के दौरे पर आते। यहां चुनाव कि तैयारियों को लेकर बैठक करते, लेकिन उससे पहले ही सिद्दीकी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।

सिद्दीकी छात्र जीवन से ही कांग्रेस से जुड़े रहे

बाबा सिद्दीकी का पूरा नाम बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी है। वे 1977 में अपने छात्र जीवन में ही कांग्रेस पार्टी से जुड़ गए थे। बाबा ने मुंबई के एमएमके कॉलेज से पढ़ाई की। कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद बाबा साल 1992 और 1997 में दो बार बीएमसी नगर निगम पार्षद चुने गए। इसके बाद बाबा 1999, 2004 और 2009 में तीन बार बांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। उनके बेटे जीशान सिद्दीकी बांद्रा पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से अभी कांग्रेस के विधायक हैं और मुंबई युवा कांग्रेस के नेता भी हैं।

कुछ दिन पहले ही पैसे और हथियार मिले

पुलिस ने बताया कि तीसरे आरोपी की तलाश जारी है और मुंबई क्राइम ब्रांच की कई टीमें इस मामले की जांच कर रही हैं। दोनों आरोपियों से मुंबई क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों को इस काम के लिए पहले से पैसे दिए गए थे और उन्हें कुछ दिन पहले हथियारों की डिलीवरी मिली थी। आरोपियों से मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी पिछले आठ घंटों से पूछताछ कर रहे हैं।

 




बिल्डर मंगेश गायकर व बेटा जख्मी

दोनों मीरा अस्पताल में दाखिल

बंदूक साफ करते मिसफायर

पुलिस जांच में जुटी


गुरुवार शाम को कल्याण के चिकन घर परिसर में अपने कार्यालय में बैठे बिल्डर मंगेश गायकर अपनी लाइसेंस पिस्तौल को साफ कर रहे थे कि अचानक उसमें से गोली चल गई। बिल्डर मंगेश के हाथ में गोली लगी और पास में बैठे मंगेश के बेटे को भी कुछ कांच के टुकड़े लगे हैं। ऐसी जानकारी पुलिस ने दी है। दोनों घायलों को उपचार हेतु मीरा अस्पताल में दाखिल किया गया है। पुलिस ने कहा कि हम कार्यालय में लगे सीसीटीवी की मदद से आगे की जांच करेंगे। फिलहाल दोनों खतरे से बाहर हैं। हाल ही में अभिनेता गोविंदा भी इसी प्रकार की घटना के शिकार हुए थे। इस गोलीबारी से कल्याण में खलबली मच गई है

महानगरपालिका को लगी फटकार

उल्हासनगर। शहरवासियों को यह जानकारी होगी कि स्वर्गीय दादा हरदास ठारवानी ने सन 2013 में 19/2013 जनहित याचिका दायर की थी। जिसमें उन्होंने सपना सिनेमा और होटल सैलेब्रिशन के विरुद्ध हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इस संदर्भ में उल्हासनगर महानगरपालिका ने 24.5.2024 को सैलिब्रेशन इमारत और दो ब्रिज को तोड़ने का आदेश पारित किया था। इस आदेश के विरुद्ध महसूल व वन विभाग के सचिव के पास कोणार्क कंपनी ने अपील दाखिल की थी। इस मामले की सुनवाई आज बुधवार 9 अक्टूबर 2024 हाईकोर्ट में हुई। माननीय न्यायालय ने आदेश पर कहा कि दो इमारतों के बीच में बनाई गई ब्रिज जो दोनों अलग मालिकों की है वो कैसे कोई बना सकता है। माननीय उच्च न्यायालय ने महानगरपालिका को फटकार लगाते हुए कहा कि इस मामले को 12 वर्षों में क्यों नहीं पूरा किया गया। इसके साथ ही मंत्रालय के अपील अधिकारी को निर्देश दिया है कि 17 अक्टूबर 2024 तक इसी मामले में अंतिम निर्णय लिया जाएं और 24 अक्टूबर 2024 को इस निर्णय पर सुनवाई होगी। इस आदेश के बाद कोणार्क कंपनी की मुश्किल बढ़ गई है। सुना है कि इस संदर्भ में जहां यह इमारत बनी हुई है उस इमारत की सनद जांच के लिए पवाई स्थित उपविभागीय अधिकारी एसडीओ ने लिखित में दिया था कि हमारे कार्यालय से सीडी जांच के संदर्भ में कोई भी पत्र जारी नहीं किया गया है। स्वर्गीय दादा हरदास ठरवानी ने सत्र न्यायालय और मनपा आयुक्त को इस बात से अवगत भी कराया था। ऐसे में क्या इसमें धोखाधड़ी और नकली दस्तावेज का मामला भी सामने आएगा, यह देखना होगा। होटल सैलिब्रेशन के नीचे बनाए गए दुकानदारों ने भी उच्च न्यायालय के समक्ष इंटरवेंशन अपील दाखिल की थी और कहा था कि हमें भी सुना जाएं जिसे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है। इस मामले में कुछ दिनों पूर्व 4 सितंबर को तोड़क दस्ता तोड़ू कार्रवाई करने तो निकला था लेकिन किसी और अवैध निर्माण तोड़ने चला गया इस मामले में खबर मिली है कि मनपा आयुक्त ने संबंधित अधिकारी को शोकास नोटिस भी जारी किया है। अब देखना होगा मनपा आयुक्त श्री विकास ढाकणे क्या निर्णय लेते हैं क्योंकि सुना है कि उन्होंने भी कानूनी पढ़ाई की हुई है।





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