नासिक। महाराष्ट्र में सूखे की मार से इस बार पवित्र रामकुंड भी नहीं बच सका। गोदावरी नदी के तट पर बना यह कुंड गर्मी आने से पहले ही पूरी तरह सूख गया। 139 साल में पहली बार इसमें पानी नहीं था। नासिक के महापौर अशोक मूर्तदक के अनुरोध पर अब इसे टैंकर के पानी से लबालब कर दिया गया है।
मूर्तदक ने बताया कि गुड़ी परवा के दिन बड़ी संख्या में लोग रामकुंड में स्नान के लिए आते हैं। लेकिन कुछ दिन पहले यह सूख गया। इसे देखते हुए हमने टैंकर मालिकों से इसे भरने के लिए सहयोग की अपील की। उन लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और 50-60 टैंकर पानी में ही यह लबालब भर गया।
तब जाकर लोगों ने इसमें स्नान किया। रामकुंड को हिंदुओं का प्रसिद्ध तीर्थ माना जाता है। किंवदंती है कि वनवास के दौरान भगवान राम और सीता ने यहां स्नान किया था।