* उल्हासनगर में 18 नए मरीज, एक्टिव मरीज 347, कोरोना मुक्त 385
* अंबरनाथ में 62 नए मरीज, एक की मौत, एक्टिव मरीज 393
* बदलापुर में मिले 10 नए मरीज, एक्टिव मरीज 211
* कल्याण-डोंबिवली में आज मिले 101 मरीज
हीरो बोधा-युसूफ शेख
उल्हासनगर। उल्हासनगर शहर में अब कोरोना का मरीज मिलना जैसे आम बात हो गई है। जिस कारण महानगरपालिका प्रशासन भी बहुत सारी ढिलाई कर रहा है। जिन क्षेत्रों से कोरोना के मरीज मिल रहे हैं उस बिल्डिंग अथवा ईमारत को केवल सील किया जाता है। जबकि इससे पूर्व इस बिल्डिंग व इमारत सहित परिसर को भी सैनिटाईज किया जाता था। लेकिन अब तो उनके परिजनों को क्वारनटाईन भी नहीं किया जा रहा है जिससे अब शहर के विभिन्न ईलाकों में कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। शहर के करीब हर परिसर से अब कोरोना के मरीज पाए जा रहे हैं। इसमें एक तरफ शहर की जनता बेपरवाह होकर घूम रही है और प्रशासन पूरी तरह लापरवाही कर रहा है। नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद भी पॉजिटीव बताकर मरीजों को भर्ती किए जाने के मामले बढ़ रहे हैं। शहर में रविवार को 18 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं जिससे शहर में कोरोना ग्रस्त मरीजों की संख्या 759 हो गई है। राहत की खबर यह भी है कि करीब आधे मरीज यानी 385 कोरोना मुक्त होकर अपने घर गए हैं। 347 एक्टिव मरीजों का ईलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। कोरोना से अब तक 27 लोगों की मौत हुई है। जिनमें ज्यादातर मृत्यु उपरांत रिपोर्ट पॉजिटीव बताई गई है। उल्हासनगर मनपा क्षेत्र में रविवार को 18 मरीज मिले हैं जिनमें उल्हासनगर-1 शहाड स्टेशन के पास 55 वर्षीय महिला, गोल मैदान परिसर से 40 व 46 वर्षीय पुरुष, बेवस चौक से 31 वर्षीय पुरुष, उल्हासनगर-3 पंजाबी कॉलोनी से 26 वर्षीय ी व 41 वर्षीय पुरुष, सुभाष नगर से 65 वर्षीय पुरुष, बुद्ध नगर से 68 वर्षीय पुरुष, चोपड़ा कोर्ट परिसर से 32 वर्षीय पुरुष, सेक्शन 19 से 55 वर्षीय पुरुष, वडोल गांव से 36 वर्षीय स्त्री, उल्हासनगर-4 सेक्शन 30 से 42 वर्षीय पुरुष, सेक्शन 29 से 25 वर्षीय पुरुष, ओटी सेक्शन से 28 वर्षीय पुरुष व 15 वर्षीय बच्ची, सेक्शन 26 से 26 वर्षीय पुरुष तथा उल्हासनगर-5 गणेश मंदिर के पास 31 वर्षीय ी व गायकवाड़ पाड़ा से 56 वर्षीय ी का समावेश है। सभी मरीजों का ईलाज कोविड अस्पताल में शुरू किया गया है। कोविड अस्पताल में 70, कामगार अस्पताल में 70, आंबेडकर अभ्यासिका में 81, आयटीआय में 52, टेऊराम में 16, सेंट्रल पार्क में 30 व उल्हासनगर शहर के बाहर 28 मरीजों का ईलाज चल रहा है। आज 35 कोरोना के मरीज डिस्चार्ज होकर घर गए हैं जो राहत की खबर है। यह जानकारी मनपा प्रेस विज्ञप्ति द्वारा दी गई है।
अंबरनाथ में कोरोना का तूफान रुक नहीं रहा है। रविवार को 62 रोगी मिले हैं जिससे शहर में कोरोना ग्रस्त मरीजों की संख्या 680 हो गई है। ऐसा महसूस किया जा रहा है कि शहर कोरोना संक्रमण से जकड़ता जा रहा है। रविवार को एक और कोरोना रोगी की मौत होने से मृतकों की संख्या 20 हो गई है। शहर पूर्व के वडवली सेक्शन से 9 तो पश्चिम के शिवनगर से भी 9 बाधित मिले हैं। रविवार को पूर्व से भी कई कोरोना के मरीज मिले हैं। बुआपाड़ा, जूना भेंडीपाड़ा, स्वामीनगर से तीन-तीन, बालाजीनगर से 2 बाधित मिले हैं। मृतकों की संख्या में रोज बढ़ोत्तरी होने के कारण चिंता बहुत बढ़ गई है। 268 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज किए गए हैं। 393 एक्टिव मरीज हैं जिनका उपचार चल रहा है। अंबरनाथ में आज तक 1944 लोगों का स्वेब कलेक्शन करके टेस्ट किया गया है जिसमें 1003 नेगेटिव आए हैं। रविवार को 47 लोगों के स्वेब कलेक्शन किए गए हैं। 243 स्वेब रिपोर्ट की प्रतिक्षा है। शहर पश्चिम के साथ पूर्व में भी कोरोना जोर पकड़ रहा है। रविवार को 25 नेगेटिव तो 62 पॉजिटीव पाए गए हैं। वडवली सेक्शन में एक 82 वर्षीय वृद्ध और एक 77 वर्षीय वृद्धा को कोरोना हुआ है।
बदलापुर में रविवार को 10 कोरोना बाधित मिलने से यहां पर बाधितों की संख्या 411 हो गई है। 10 जो बाधित मिले हैं उनमें एक बदलापुर में भाजीपाला विक्रेता है, एक उल्हासनगर महानगरपालिका में नौकरी करता है। एक मुंबई के बैंक में कर्मचारी तो एक सुरक्षा रक्षक है। एक किराना दुकानदार है। यहां पर आज तक 757 लोगों के स्वेब कलेक्शन लिए गए हैं। 43 स्वेब रिपोर्ट की प्रतिक्षा है। 190 बाधित ठीक होकर डिस्चार्ज किए गए हैं। रविवार को 20 स्वेब सेम्पल लिए गए हैं। एक्टिव मरीज 212 हैं और यहां 9 लोगों की मौत कोरोना से हुई है।
कल्याण। कल्याण डोम्बिवली शहर में आज 101 मरीज पाए गए है जिसके बाद यहां पर अब तक कुल 2177 मरीज हो चुके है इनमें 1076 मरीजो का उपचार चल रहा है तो वही 1013 मरीज डिस्चार्ज हो चुके है आज तीन मरीज इस बीमारी के शिकार हो गए जिंसके पश्चात मरने वालों की संख्या बढ़कर 60 हो गयी है । लगातार कल्याण डोम्बिवली में आ रहे भयानक आकड़ो ने मनपा की नींद हराम कर दिया है तेजी से मरीजो की संख्या में हो रही बढ़ोत्तरी यही दर्शाती है कि प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों का पालन सही तरीके से नही हो रहा है आज भी लोग इस बीमारी को लेकर लापरवाही बरत रहे है जो कि यहां के लिए खतरे की निशानी बन चुकी है अगर इसी तरह लोग लापरवाही बरतते रहे तो इससे भी भयानक आंकड़े यहां के होंगे ।