पुलिस नाकाबंदी खत्म, अंबरनाथ राम भरोसे
अंबरनाथ। युसूफ शेख
अंबरनाथ नपा प्रशासन एवं पुलिस विभाग कोरोना संक्रमण से लड़ते लड़ते हार गया है ऐसे हालात शहर में दिखाई दे रहे है। यही कारण है कि शहर में कोरोना का रोग अपना पैर तेजी से फैलता जा रहा है। पहले जहां कहीं भी रोगी मिलता था तो उस परिसर को सील कर दिया जाता था। लोगों को सतर्क कर दिया जाता था लेकिन आज दस दिनों से प्रशासन ने ये सब करना छोड़ दिया है। हाॅटस्पाॅट इलाके कैलाश नगर, संजय नगर, वांद्रापाड़ा, नया भेंडीपाड़ा, महालक्ष्मी नगर, शिव नगर में कई रोगी मिले हैं लेकिन इस परिसर को ना सील किया गया है और ना ही पूरे परिसर को सेनीटाईज किया गया है। ये सब घनी आबादी वाले इलाके हैं। यह सलम्स एरिया है यहां लोग घूम रहे हैं दुकानें खुली हैं ये सब कोरोना संक्रमण को दावत दे रहे हैं। सिटी अस्पताल पूरी तरह हाऊस फूल हो गया है। मरीजों को कहा रखे। उपचार कहां करें। ये प्रशासन के सामने समस्या है। डेंटल काॅलेज में 500 बैड के अस्पताल का काम धीमी रफ्तार से शुरू है। ये अस्पताल कब शुरू होगा कहा नहीं जा सकता। कल एक पुलिस कर्मी की कोरोना से मौत हो गई उसका शव तीन घंटे तक अंबरनाथ श्मशान भूमि में पड़ा रहा कारण ये बताया गया कि डिजल शवदाहिनी बंद है। ठेकेदार ने शवदाहिनी को बंद रखा था। पुलिस द्वारा दम देने पर चालू किया गया। ऐसा ढिला कारोबार यहां चल रहा है। अंबरनाथ पुलिस स्टेशन के कुछ पुलिस कर्मी कोरोना ग्रस्त होने के कारण पुलिस ने मुख्य चौक से नाकाबंदी हटा ली है। मुख्य रास्तों के बैरीगेट हटा दिए गए हैं। गली कूचे वाले रास्तों पर अब पुलिस आती नहीं है। पुलिस ने लोगों पर सख्ती करना बंद कर दिया। पुलिस का डर हट गया है। लोग समझ ही नहीं रहे हैं कि कोरोना बढ़ रहा है, मौत के आकड़े बढ़ रहे हैं। अब तो अंबरनाथ शहर का अल्लाह निगेहबान है राम भरोसे पर सब छोड़ दिया गया है जोकि घातक सिध्द हो रहा है।