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अंबरनाथ में 94 नए पाॊजिटीव, कुल 2126, बदलापुर में 46 नए मरीज, कुल 952 कोरोना ग्रस्त

* अंबरनाथ में कोरोना मुक्त 1581, एक्टिव मरीज 487, अब तक 58 की मौत
अंबरनाथ। अंबरनाथ नगरपालिका क्षेत्र में शनिवार को 94 नए कोरोना पाॅजिटीव मरीज मिले हैं। शहर में लाॅकडाऊन होने के बावजूद मरीज ज्यादा संख्या में मिल रहे हैं। आशा वर्कर घर घर जाकर लोगों का फीवर, आक्सीजन लेवल चेक कर रहे हैं। शहर में कोरोना ग्रस्त मरीजों की कुल संख्या 2126 हो गई है। मृतकों की बढ़ती संख्या ने प्रशासन को इस सोच पर मजबूर कर दिया है कि इस संख्या को कम करके कम करके लाया जाए। कोरोना पर अब कंट्रोल करने की जरूरत हैं क्योंकि शहर में लोग डरे हुए हैं। शहर में एक्टिव रोगी 487 हैं जो डेंटल अस्पताल के अलावा अन्य अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं। 1581 रोगी ठीक होकर डिस्चार्ज किए गए हैं। 24 घंटे में एक की मृत्यु हो गई है। मृतकों की कुल संख्या 58 हो गई है। अभी तक शहर में 3905 की जांच की गई है। 112 की रिपोर्ट आना बाकी है। आज 57 का स्वेब कलेक्शन किया गया है। आज जो 94 रोगी मिले हैं वह शहर पूर्व और पश्चिम के हरेक परिसर से मिले हैं। लाॅकडाऊन होने के बाद भी कोरोना रोगी का बड़ी संख्या में मिलना। लाॅकडाऊन पर प्रश्न उठा रहा है।
बदलापुर। कुलगांव-बदलापुर नपा क्षेत्र में कोरोना की संख्या एक हजार के करीब पहुंच गई है शनिवार को 46 मरीजों के साथ कुल संख्या अब 952 हो गई है। बदलापुर में स्वेब कलेक्शन पहले के मुकाबले ज्यादा लिए जाने के कारण यहां स्वेब टेस्ट ज्यादा होने से संख्या में बढोत्तरी हो रही है। यहां एक्टिव मरीज 508 हैं। 428 रोगी ठीक होकर डिस्चार्ज किए गए हैं। ठीक होने वालों का प्रतिशत 50 से कम हो गया है। 16 मरीजों की अब तक मौत हुई है। आज तक 1828 स्वेब कलेक्शन किए गए हैं। 90 स्वेब रिपोर्ट की प्रतिक्षा है।

अंबरनाथ में दुकानदारों व ठेलेवालों पर अपराध दर्ज
अंबरनाथ। अंबरनाथ पुलिस ने एक चिकन विक्रेता, मच्छी और फल विक्रेता के अलावा एक किराना दुकानदार पर लाॅकडाऊन में अपना कारोबार चालू रखने पर चारों पर दफा 188 के अनुसार अपराध दर्ज किया है। ये कार्रवाई पुलिस ने शहर पश्चिम के कमलाकर नगर, न्यू काॅलोनी गांवदेवी और वांद्रापाड़ा में की है। चिकन विक्रेता फय्याज अहमद(23) केजीएन चिकन सेंटर, किराना दुकानदार अजय यादव(20), मछी विक्रेता मोबिन अली शेख और फल विक्रेता नासीर खान पर तीन जुलाई शुक्रवार को दोपहर में कार्रवाई कई गई है। चारों पर आरोप है कि उन्होंने पुलिस आयुक्त ठाणे द्वारा 1 जुलाई 2020 से 31 जुलाई 2020 तक मनाई आदेश एवं संचार बंदी का उल्लंघन करते हुए अपने कारोबार को शुरू रखा। सपुनि निलेश करे मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस शहर में घूम घूम कर लोगों से दुकानदारों से ये आव्हान कर रही है कि शहर में कोरोना तेजी से फैल रहा है। कारोबार को बंद रखे, घरों से बाहर ना निकले इसके बावजूद लोग सुन नहीं रहे हैं। सड़कों पर आजादी से घूम रहे हैं। कुछ छोटे दुकानदार गली कूचे में सड़कों पर खडे होकर, ठेला लगाकर सामान बेच रहे हैं। ऐसे लोगों पर रोजाना कार्रवाई की जा रही है। एक बात ये देखने को मिल रही है कि जोरदार बरसात होती है तो लोग घरों में दुबक जाते हैं लेकिन जैसे ही बरसात रुकती है वह फिर से घरों से बाहर निकलकर सड़कों पर आ रहे हैं। ऐसे लोगों पर पुलिस को और सख्ती बरतने की जरूरत है।
छाया अस्पताल के डाॅक्टरों को जल्द वेतन मिलेगा- 
आरोग्य मंत्री ने दिया आश्वासन

अंबरनाथ। अंबरनाथ के उपजिला छाया अस्पताल में गत 8 महिने से डाॅक्टरों को वेतन नहीं मिला है। इन डाॅक्टरों को जल्द से जल्द वेतन सरकार ने दे ऐसी मांग शहर राकांपा अध्यक्ष सदाशिव पाटील ने आरोग्य मंत्री राजेश टोपी से की है। आरोग्य मंत्री दो दिन पूर्व बदलापुर आए थे उस समय उनसे भेंट करके सदाशिव पाटील ने ये मांग की है। मंत्री महोदय ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह जल्द से जल्द इस ओर ध्यान देंगे। विदित हो कि छाया अस्पताल को महाराष्ट्र शासन ने अपने तहत लिया है। यहां के स्टाफ और नर्सों को भी वेतन नहीं दिया गया था। उनका वेतन मिल गया है अस्पताल में केवल चार डाॅक्टर हैं। जिनको आठ महिने से वेतन नहीं दिया गया है। फिर भी ये डाॅक्टर इस कोरोना संकट में अपनी ड्यूटी बराबर निभा रहे हैँ। बदलापुर से ज्यादा अंबरनाथ में कोरोना बाधित हैं। आरोग्य मंत्री ने अंबरनाथ में भी एक बैठक का आयोजन करना चाहिए था। ऐसा सदा पाटील ने कहा है। विदित हो कि राज्य सरकार ने सन 2018 में छाया अस्पताल को अपने ताबे में लिया था। छाया को उपजिला अस्पताल का दर्जा भी मिला हुआ है। यहां पर डाॅक्टरों की कमी है। नर्स भी कम है। वार्ड बाय एक भी नहीं है। अस्पताल दयनीय अवस्था में है। ऐसे सभी मुद्दे पाटील ने आरोग्य मंत्री के समक्ष रखे। बैठक में जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर, उपजिलाधिकारी जगतसिंग गिरासे, डाॅ. कैलाश पवार, डीसीपी प्रमोद शेवाले व आरोग्य संबंधित सभी अधिकारी उपस्थित थे।
अंबरनाथ में हम मृत्यु दर को कम करेंगे- नपा मुख्याधिकारी रसाल
अंबरनाथ। अंबरनाथ में संशयित रोगियों के लिए छाया उपजिला अस्पताल में 20 बेड तैयार रखे गए हैँ। यहां आक्सीजन भी रखा जाएगा रोगियों की जान बचाए जाए इसके लिए हमको जो करना है वह बहुत जल्द करेंगे। ऐसी प्रतिक्रिया अंबरनाथ के मुख्याधिकारी प्रशांत रसाल ने दै. उल्हास विकास को दी है। उन्होंने बताया कि संशयित रोगियों का उपचार करने में बहुत सारे अस्पताल आनाकानी करते हैं जिसके कारण मृतकों की संख्या बढ़ रही है। इन बातों को देखते हुए छाया अस्पताल में 20 बेड का आक्सीजन वार्ड तैयार किया गया है। यहां संशयित रोगियों का उपचार शुरू किया जाएगा। सांस लेने में परेशानी होने वाले रोगियों को अस्पताल वाले उपचार हेतु एडमीट करने से पूर्व कहते हैं कि कोरोना का चेकअप करो बाद में लाना, कोई भी अस्पताल रिस्क लेने के लिए तैयार नहीं होता। उपचार समय पर नहीं मिलने से शहर में कईयों की मृत्यु हुई है। अब छाया अस्पताल ऐसे मरीजों का आधार बनेगा। पिछले दिनों महात्मा गांधी विद्यालय आयसोलेशन केंद्र में एक की मौत हो गई थी। यहां पर भी एक तज्ञ डाॅक्टर नियुक्त किया जाएगा। जो सुबह शाम यहां पर रखे गए लोगों का चेकअप करेगा। ऐसी जानकारी भी मुख्याधिकारी ने दी है। इसके अलावा घरों में आयसोलेट किए गए मरीजों की देखरेख के लिए 15 नर्स को नियुक्त किया गया है। जो इन लोगों का चेकअप करेंगे। शहर में अब तक 57 लोगों की मृत्यु हुई है। इस मृत्यु दर को कम करने के उपाय शुरू है। प्रशासन इस ओर ध्यान दे रहा है। ऐसा प्रशांत रसाल ने अपने बयान में कहा है।






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