* व्यापारियों में रोष का माहौल
* अत्यावश्यक दुकानों में ही होती है सबसे ज्यादा भीड़
* लाॅकडाऊन के दौरान ही बढ़ें हैं सबसे ज्यादा मरीज
* हाॅऊस टैक्स व बिजली बिल माफ करने की मांग बढ़ी
उल्हासनगर। उल्हासनगर महानगरपालिका आयुक्त डाॅ. राजा दयानिधी ने शहर में बढ़ रहे कोविड 19 के प्रकोप को देखते हुए आज 11 जुलाई की शाम 5.30 बजे यह आदेश जारी किया है कि 2 से 12 जुलाई तक जो पूर्ण लाॅकडाऊन किया गया था उस लाॅकडाऊन को आगामी 22 जुलाई 2020 की शाम 5 बजे तक बढ़ाया जा रहा है। पहले 2 से 12 जुलाई तक 10 दिन और अब 12 से 22 जुलाई तक और 10 दिनों के सक्त लाॅकडाऊन से व्यापारियों में रोष का माहौल है क्योंकि उनका कहना है कि केवल अत्यावश्यक दुकानों पर ही भीड़ हो रही है ना कि अन्य दुकानों पर। इस लाॅकडाऊन से शहर में लोगों को अब आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। वहीं शहरवासियों का यह भी कहना है कि इस लाॅकडाऊन के दौरान मरीजों की संख्या में कमी की बजाय भारी बढ़ोत्तरी ही हुई है। करीब डेढ गुना मरीज बढ़ रहे हैं। 2 जुलाई तक जो मरीज करीब 2 हजार थे आज करीब 4 हजार के पास आ पहुंचे हैं। यह लाॅकडाऊन फेल है क्योंकि पुलिस व प्रशासन भी इसे रोक नहीं पा रही है कोलीवाड़ा, चाईनीज आदि नाश्ता की दुकानें धड़ल्ले से चल रही है। टिलसन के पास कोलीवाड़ा धड़ल्ले से रात 12 बजे तक पुलिस की देखरेख में भारी भीड़ के साथ चल रहा है। ज्यादा भीड़ मेडिकल, किराणा में ही देखने को मिलती है ना कि अन्य दुकानों पर रहती है। इस लाॅकडाऊन के कारण शहर के लोगों पर आर्थिक संकट की भारी मार पड़ रही है जिस कारण अब यह मांग ने जोर पकड़ा है कि हाऊस टैक्स तथा बिजली के बिलों को माफ किया जाएं क्योंकि लोगों की आमदनी बंद पड़ गई है। इस मामले को अब राजनैतिक पार्टियों को भी लेना चाहिए ताकि शहर को कुछ राहत मिल सके।
उल्हासनगर शहर में आरोग्य व्यवस्था को भी ठीक करने की आवश्यकता है। सीरियस पैशेंट को अभी भी आक्सीजन वेंटीलेटर नहीं मिल रहा है। एम्बूलैंस सेवा भी या तो महंगी है या तो मिल नहीं रही है। कोविड अस्पतालों अथवा कोविड सेंटरों में स्टाॅफ व आरोग्य सेवा की भारी कमी है। आरोग्य सेवा प्रशासन द्वारा मुहैया कराई गई पूरी तरह फेल बताई गई है। शहर में अब निजी डाॅक्टर भी न मिलने के कारण गैर कोरोना ग्रस्त मरीजों को अभी भी दर-दर भटकना पड़ रहा है उन्हें समय पर ईलाज नहीं मिल रहा है। प्रशासन व सरकार द्वारा उल्हासनगर में आरोग्य सेवा को ठीक करना अतिआवश्यक है।
अंबरनाथ। अंबरनाथ और बदलापुर नगरपालिका में फिरसे लाॅकडाऊन जिलाधिकारी ठाणे ने शनिवार शाम में एक आदेश जारी करके 19 जुलाई रात 12 बजे तक बढ़ा दिया है। पहले के आदेशानुसार आत्यवश्यक सेवा जैसे किराणा, मेडिकल, बेकरी, दूध, फल की दुकानें शुरू रहेंगी। मेडिकल 24घंटे तो किराना आदि आत्यवश्यक सेवा सुबह 9 से 5 बजे तक खुली रहेंगी। विदित हो कि जिलाधिकारी ठाणे ने 1 से 11 जुलाई तक जो आदेश जारी किया था। उसी के अनुसार ये आदेश जारी किया गया है। व्यापारी संघ अध्यक्ष खानजी धल ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि चार महिने से व्यापार बंद है। व्यापारी अब आत्महत्या करने के कगार पर आ गए हैं। व्यापरियों भी रोष में हैं कि ये कब तक चलेगा। शहर में जनसंख्या के आधार पर कोरोना के 2 प्रतिशत भी मरीज नहीं है फिर 98 प्रतिशत लोगों को लाॅकडाऊन करके क्यों परेशान किया जा रहा है। ऐसा प्रश्न व्यापारी कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण रोग का प्रतिबंध करने के लिए जिलाधिकारी द्वारा 19 जुलाई तक लाॅकडाऊन का आदेश जारी किया है। शहर में कोरोना बाधितों की संख्या शुक्रवार तक 2475 थी। नागरिकों की सुरक्षा के लिए लाॅकडाऊन बढ़ाया गया है लेकिन व्यापारियों ने इसका विरोध करते हुए कहा है कि जहां लोगों का रश ज्यादा होता है वह सेवा शुरू रखी गई है। जिसके कारण ये संक्रमण बढ़ रहा है। जिन दुकानों में जैसे इलेक्ट्रानिक्स, ज्वेलरी शाॅप, चश्मा, घड़ी, कपड़े आदि की दुकानें जहां रश ज्यादा नहीं होता उसको बंद रखा गया है।