ग्राहकों की भारी भीड़ के कारण पुलिस ने शराब की दुकानें कराई बंद
अंबरनाथ। युसूफ शेख
अंबरनाथ के तहसीलदार एवं मुख्याधिकारी ये निर्णय नहीं ले पा रहे हैं कि शहर में दुकानें खोली जाएं या नहीं। व्यापारी संघ के पदाधिकारियों ने सोमवार को उपरोक्त दोनों अधिकारियों से भेंट करके दुकानें खुली रखने के बारे में बातचीत की तो दोनों ने ही एक दूसरे पर मामले को ढकेल दिया जिसके कारण कोई निर्णय निकलकर सामने नहीं आ सका। व्यापारियों ने कहा कि ये आश्चर्य की बात है कि सरकार रेड झोन में भी दुकानें खोलने का आदेश दे ही है और ये दोनों सरकारी अधिकारी इस संबंध में कोई ठोस कदम उठाने के लिए डर रहे हैं। जबकि एक व्यापारी ने तहसीलदार से खुलकर कह दिया कि कल से वह अपनी दुकान खोल रहा है क्योंकि उन्हें शासन का आदेश प्राप्त हो गया है वह उस पर अमल करेगा। इस प्रकार व्यापारियों में विरोध के स्वर उठ रहे हैं। आज 45 दिनों से दुकानें बंद हैं इसलिए ये स्वर आंदोलन का रुप इख्तियार कर सकता है। सिंधी पंचायत समिति ने भी दुकानें खुले रखने की बात को लेकर मुख्याधिकारी को एक पत्र दिया है।
दूसरी ओर आज सुबह जैसे ही शराब की दुकानें खुली तो शराब के शौकिनों की सुबह 6 बजे से वाईन शाॅप के सामने आधा किलो मीटर तक लंबी कतारें लगने भीड़ भाड़ होने एवं सोशल डिस्टेंसींग ना होने के कारण पुलिस ने लोगों को दुकानों के सामने से जबरदस्ती से हटाकर दुकानें बंद करा दी हैं और दुकानदारों से कहा है कि जब तक जिलाधिकारी का आदेश नहीं आता तब तक दुकानें नहीं खोली जाएंगी। आज शहर में चारों तरफ अफरा तफरी का आलम देखा गया।