- सीलिंग फैन की होगी होम डिलेवरी
- किराणा की आड़ में बिना अनुमति के खुल रही हैं कई दुकानें
- अमन टाॅकीज रोड व विट्ठलवाड़ी रेलवे स्टेशन परिसर में दर्जनों दुकानें खुल रही हैं
- मनपा अधिकारी पैसे लेकर दे रहे हैं अनुमति ?
- शहर में लाॅकडाऊन के समाप्ति जैसा माहौल

उल्हासनगर। उल्हासनगर शहर में सोमवार को लाॅकडाऊन के समाप्ति जैसा माहौल देखने को मिला। एक तरफ शराब की दुकानों को खोले जाने की खुशी में सुबह 6 बजे से वाईन शाॅप की दुकानों के बाहर ग्राहकों की भीड़ देखी गई लेकिन शराब प्रेमियों के लिए यह बुरी खबर है कि उल्हासनगर महानगरपालिका के आयुक्त सुधाकर देशमुख ने सोमवार शाम को आदेश जारी किया है कि उल्हासनगर कन्टेमेंट झोन में आता है इसलिए शहर में शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं दी गई है। उन्होंने अपने आदेश में गर्मी को देखते हुए सीलिंग फैन के व्यापारियों को राहत दी है और उन्हें होम डिलेवरी की छूट दी है। वहीं परप्रांतियों की सुविधा के लिए हर प्रभाग में 5 झेराॅक्स के दुकान खोलने की अनुमति भी दी है। वहीं देर शाम को ठाणे जिला के पालक मंत्री एकनाथ शिंदे ने भी ठाणे जिले में शराब की दुकानों को लाॅकडाऊन की समाप्ति तक नहीं खोलने का आदेश जारी किया है। इससे अब जिले के सभी शहरों में वाईन शाॅप बंद ही रहेंगे।

उल्हासनगर शहर में 45 दिनों से कारोबार ठप्प है मेडिकल, किराणा, दूध, सब्जी की दुकानों को लोगों की सुविधा के लिए खोला जा रहा है लेकिन अत्यावश्यक सेवा किराणा दुकानों की आड़ में कई खान-पान की अन्य दुकानें बिना अनुमति के खुली पायी जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अमन टाॅकीज रोड की प्लाॅसि्टक की कई दुकानें हाॅफ शटर खोलकर धंधा कर रही है वहीं विट्ठलवाड़ी रेलवे स्टेशन के पास कनफेक्शनरी का मार्केट भी सुबह 5 से 8 बजे तक खोला जा रहा है। यह दोनों मार्केट मनपा की बिना अनुमति के खोल रहे हैं। साथ ही कैम्प 5 दूध नाका परिसर में भी प्लाॅस्टिक व्यापारी पीछे के दरवाजे से धंधा कर रहे हैं। यह व्यापारी कालाबाजारी करते हुए दो से तीन गुना भाव में धंधा कर रहे हैं। ज्ञात हो कि इन मार्केटों में बाहर से आए लोगों को सामान दिया जा रहा है। सूत्रों अनुसार पता चला है कि कई व्यापारी मिलकर मनपा अधिकारियों को पैसे देकर गैरकानूनी रूप से दुकानें खोल रहे हैं। इसी के साथ किराणा दुकानों की आड़ में शहर में खान-पान की भी कई दुकानें बिना अनुमति के लिए खोल रहे हैं जिसमें जनरल स्टोर, शरबत आदि दुकानों का समावेश है। शहर के व्यापारियों का कहना है कि अगर इस तरह चोरी छिपे अथवा पीछे के रास्ते दुकानें खोली जा रही है तो आयुक्त को पूरे शहर को खोलने की अनुमति देनी चाहिए या इन सभी दुकानों को पूर्ण रूप से बंद करना होगा अन्यथा शहर में कोरोना की संख्या यूं ही बढ़ते जाएगी।