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अंबरनाथ सिटी अस्पताल में दिल दहला देने वाली घटना

* कोरोना पीड़ित बच्ची रोते रही पर उसे नहीं दिया गया दूध
* बच्ची की मां, पिता और परिवार के चार सदस्य कोरोना ग्रस्त
* अंबरनाथ प्रशासन एवं नेता चुप?
अंबरनाथ। युसूफ शेख
   अंबरनाथ में एक दिल दहला देने वाली घटना शुक्रवार सुबह को कोरोना संक्रमित एक 14 माह की बच्ची की सिटी अस्पताल में सुबह 10.30 बजे तक प्रशासन द्वारा दूध तक नहीं दिया गया। इस बच्ची और उसकी मां पिता को कोरोना हुआ है। ये तीनों गुरुवार को सिटी अस्पताल में उपचार हेतु दाखिल हैं। शुक्रवार सुबह 10.10 बजे उसकी मां ने हमें रोते हुए फोन करके कहा कि उसकी बच्ची सुबह से भूखी है। भूख से वह लगातार हो रही है, पर बच्ची के रोने की साफ आवाज सुनाई दी रही थी। हम उस समय पूर्णिमा जावले मैडम के पेपर स्टाॅल पर खडे थे। हमने जावले मैडम से पीड़ित महिला को दुखडा सुनाने को कहा। बच्ची के रोने की आवाज और एक मां की फिर्याद सुनकर मैडम की भी आंखों में आंसू आ गए। हमने तुरंत ठेकेदार को फोन करके बच्ची को तुरंत दूध पहुंचाने के लिए कहा। बच्ची को 15 मिनट के भीतर दूध पहुंचाया गया। ये हाल है अंबरनाथ नपा प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे कोविड कोरोना सिटी अस्पताल का। सभी पक्ष के नेताओं से हम अपील करते हैं कि वह इस सिस्टम के खिलाफ आवाज उठाएं हमारे नेता तब तक चुप बैठे रहेंगे। इससे पूर्व भी क्वारनटाईन सेंटर आर्चिड में भी एक दिन यहां पर दोपहर तक क्वारनटाईन सेंटर गए लोगों को भोजन नहीं मिला था। हमने एवं विधायक बालाजी किणीकर जब आवाज उठाई तो वहां भोजन पहुंचाया गया। विदित हो कि ईद के एक दिन पूर्व शहर पश्चिम के संजय नगर निवासी एक युवक की कोरोना से मौत हो गई थी। उस युवक के भाई भाभी की बच्ची, नानी, मामी और एक लड़की ऐसे कुल सात घर वालों को कोरोना पाॅजिटीव है। ये सभी सिटी अस्पताल में अपना उपचार करवा रहे हैं।
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