उल्हासनगर। कोरोना रोगियों की सही संख्या के बारे में उल्हासनगर शहर में कई तरह की अफवाहें फैल रही थीं इस पर उल्हासनगर महानगरपालिका आयुक्त श्री सुधाकर देशमुख ने अपना स्पष्टीकरण देकर प्रेस नोट द्वारा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में ICMR ने जिलेवार और निगम वार तक मरीजों को विभाजित किया है। इस विभाजन के अनुसार मार्च में दुबई की स्वस्थ हुई 1 महिला, फिर अप्रैल में पाॅजिटीव पाए गए धारावी में एक डिस्पेंसरी में काम करने वाले 1 कर्मचारी और नेताजी हिल से 1 नर्स को मुंबई नगर निगम द्वारा कम कर दिया गया है और उनके पते के अनुसार उल्हासनगर में रोगियों के रूप में दिखाया गया है। दोनों का ईलाज मुंबई में चल रहा है।
इस सप्ताह उल्हासनगर शहर में रोगियों की कुल संख्या नौ हो गई है, जिसमें संभाजी चौक के मुंबई येलो गेट पर काम करने वाले एक पुलिसकर्मी और उनके परिवार के चार सदस्य और फ्लाॅवर लाइन की एक 87 वर्षीय महिला है जिनकी मृत्यु 28 अप्रैल 2020 को हुई थी। उल्हासनगर 4 जीजामाता उद्यान परिसर निवासी 40 वर्षीय युवक जो मुंबई के धारावी के पास एक दवा की दुकान काम करता था उसकी रिपोर्ट कोरोना पाॅजिटीव आई है। उस मरीज को पहले रेड क्रॉस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रिपोर्ट मिलने के बाद उन्हें कोविड अस्पताल ले जाया गया। शहर में रोगियों की संख्या अब बढ़कर 10 हो गई है, जिसमें से 1 मरीज कल्याण निवासी है वो पूरी तरह से ठीक हो गया है और उसका पहला रिपोर्ट नेगेटिव आया है उसे दूसरा रिपोर्ट नेगेटिव के बाद उसे घर छोड़ दिया जाएगा। उल्हासनगर-4 के कोविड अस्पताल में उल्हासनगर शहर के कुल 6 मरीज हैं, कल्याण का 1 मरीज और बदलापुर के 5 मरीज अच्छे स्वास्थ्य अवस्था में हैं। कल शहर में कोई कोरोना का नया रोगी नहीं पाया गया है।
शहरों में कोरोना रोगियों की संख्या में वृद्धि न हो यह सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर सभी सावधानियां बरती जा रही हैं। हालांकि मास्क के बिना घूमना, कंस्ट्रक्शन ज़ोन में घूमना और कर्फ्यू का उल्लंघन करना कुछ जगहों पर देखा जा रहा है। शहर को पुलिस प्रशासन और महानगरपालिका प्रशासन के साथ सहयोग करने की आवश्यकता है।
केंद्र और राज्य सरकारें अन्य राज्यों में फंसे व्यक्तियों या मजदूरों को उनके राज्य के अन्य जिलों में पहुंचाने हेतु पुलिस आयुक्त क्षेत्र में पुलिस उपायुक्त के नियंत्रण में उनके राज्य या गांवों में प्रवेश करने की अनुमति देने की प्रक्रिया में हैं। इसलिए जिन लोगों ने पहले मनपा में आवेदन किया है, उनके आवेदन पुलिस विभाग में स्थानांतरित किए जा रहे हैं। हालांकि यदि समूह का प्रमुख इस संबंध में आपसे संबंधित पुलिस स्टेशन से संपर्क करता है तो आगे उचित मार्गदर्शन प्राप्त होगा। ऐसा संदेश उल्हासनगर महानगरपालिका के आयुक्त सुधाकर देशमुख ने शहरवासियों के लिए दिया है।