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उल्हासनगर व अंबरनाथ में कोरोना का प्रकोप हो सकता है कम, मुंबई में ही रहना होगा कर्मचारियों को

अंबरनाथ। आज से बाहरी जिले से मुंबई आने वाले अत्यावश्यक सेवा जिसमें पुलिस, आरोग्य व वैद्यकीय कर्मचारियों को अपनी ड्यूटी अंजाम देने के बाद मुंबई में ही खाने, रहने की सुविधा की जाएगी मुंबई महानगरपालिका ने ये निर्णय लिया है। उल्हासनगर शहर में पिछले दिनों एक कल्याण निवासी युवक का सेंट्रल अस्पताल में उपचार के दौरान कोरोना पॉजिटीव पाया गया था उसे उल्हासनगर-4 के कोविड अस्पताल में उपचार हेतु दाखिल किया गया था कल खबर मिली है कि उपरोक्त व्यक्ति का दोबारा कोरोना जांच के बाद उसका रिपोर्ट नेगेटिव आया है। वहीं कैम्प 2 नेहरू चौक परिसर में एक वृद्ध महिला जिसका ईलाज कोविड अस्पताल में संदेह के चलते हो रहा है उसकी दूसरी बार भी रिपोर्ट नेगेटिव आयी है उसे आज अस्पताल से डिस्चार्ज मिलने की संभावना है। वहीं कैम्प 4 संभाजी चौक परिसर में पुलिस कर्मी व उनके परिजनों के संपर्क में आए लोगों की कोरोना रिपोर्ट भी नेगेटिव आयी है यह शहर के लिए एक खुश खबरी है और राहत की भी खबर है। फिलहाल शनिवार दोपहर तक कोरोना का कोई नया मामला उल्हासनगर में सामने नहीं आया है। वहीं शनिवार को ताजा खबर में पता चला है कि अंबरनाथ में एक और पुलिस कर्मी को कोरोना पॉजिटीव पाया गया है। 
     विदित हो कि ऐसी रिपोर्ट आ रही थी कि ठाणे, अंबरनाथ, उल्हासनगर, बदलापुर, कल्याण से मुंबई सेवा के लिए आने वाले कर्मचारी उपरोक्त शहरों में आना-जाना कर रहे हैं। इसलिए वहां पर कोरोना संक्रमण का फैलाव हो रहा है, उनके परिवार को क्वारनटाईन करके परिसर को सील किया जा रहा है। ऐसी शिकायतें पुलिस विभाग एवं सरकारी नपा, मनपा अधिकारियों ने महाराष्ट्र सरकार से की थी। ये खबर हमने भी शुक्रवार को प्रकाशित करके ये राय दी थी कि ऐसे कर्मचारी रोजाना मुंबई अप डाऊन कर रहे हैं उनके कारण कोरोना मुंबई से उपरोक्त शहरों में फैल रहा है। सरकार ने इस संबंध में कोई उपाय करे। आज मुंबई मनपा ने ये निर्णय लिया है कि आरोग्य एवं वैद्यकीय कर्मचारियों के अलावा पुलिस एवं अत्यावश्यक सेवा को बाहरी जिलों से मुंबई में सेवा प्रदान वालों को मुंबई के ही गेस्ट हाऊस, होटलों के रुम में ठहरने, भोजन आदि का प्रबंध किया जाएगा, उन्हें मुंबई से बाहर अपने घरों में जाने की जरूरत नहीं है। 
    ज्ञात हो कि अंबरनाथ निवासी पुलिस कर्मियों, एक नर्स और मुंबई के एक बड़े होटल में काम करने वाले कोरोना का शिकार हुए और अंबरनाथ में वह वहां रहते थे उस परिसर को सील करके उनके परिवार जनों को क्वारनटाईन में रखा गया है। अब ये परेशानी उपरोक्त परिसर में रहने वालों एवं परिजनों को नहीं होगी और कोरोना का फैलाव भी रुकेगा। 
   वहीं उल्हासनगर शहर में भी मुंबई से एक नर्स, एक अस्पताल कर्मी, एक पुलिस कर्मी व एक मेडीकल एजेंसी में काम करने वाले कर्मचारी को कोरोना संक्रमित पोया गया है। अगर मुंबई मनपा द्वारा आरोग्य व पुलिस कर्मचारी को वहीं रोका गया तो ठाणे जिले में कोरोना के प्रकोप में कम आ सकती है और 17 मई से लॉकडाऊन खुलने की भी उम्मीद जताई जा रही है।
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