अंबरनाथ नगरपरिषद का कौन है वह बड़ा अधिकारी?
उल्हासनगर।विशेष संवाददाता
अंबरनाथ नगरपरिषद के एक वरिष्ठ अधिकारी अपने परिवार के साथ ठाणे से अंबरनाथ तालुका के आंबेशिवे गांव में एक राजकीय नेता के फाॅर्म हाऊस में जाने का प्रकरण सामने आने के बाद शहर में हलचल सी मच गई है। स्थानिक गांववासियों को जैसे ही ये मालूम पड़ा उन्होंने उनके आने का विरोध करने पर उस वरिष्ठ अधिकारी के परिवार को वापस लौट जाना पड़ा। कोरोना बचाव के लिए देश में लाॅकडाऊन शुरू होते हुए भी ये लोग फाॅर्म हाऊस तक कैसे पहुंचे। वरिष्ठ स्तर पर इस की जांच करते हुए अधिकारी पर क्या कार्रवाई होगी। इस पर सबकी नजर लगी हुई है।
ज्ञात हो कि लाॅक डाऊन संचार बंदी में गृह विभाग के सचिव अमिताभ गुप्ता ने यस बैंक घोटाला के वाधवान परिवार को लोनावला से महाब्लेश्वर जाने के लिए विशेष अनुमति देने पर उनपर कार्रवाई की गई है। ऐसा ही प्रकार अब अंबरनाथ में हुआ है। शहर भर में इस बात की चर्चा है और लोग ये प्रश्न कर रहे हैं कि वरिष्ठ अधिकारी ने परिवार के प्रवास के लिए सरकारी वाहन का उपयोग तो नहीं किया। आरोग्य विभाग की दो महिला
कर्मचारी को वरिष्ठ अधिकारी ने फाॅर्म हाऊस पर अपने परिवार की सेवा में क्यों लगाया, किसकी अनुमति ली गई लाॅक डाऊन होते हुए भी अधिकारी का परिवार ठाणे से आंबोशिवे गांव तक कैसे पहुंचा। रास्ते में नाकाबंदी होते हुए भी पुलिस ने अधिकारी के परिवार को कैसे और किसकी अनुमति अथवा किसी पास द्वारा छोड़ा है यह लोग चोरी छुपे फाॅर्म हाऊस तक पहुंचे ये जांच का विषय है। इसमें एक बड़े नेता का नाम भी सामने आ रहा है।