17 मई को नगरसेवकों का कार्यकाल हो रहा समाप्त
मुख्याधिकारी द्वारा की गई गलतियों के कारण हो सकता है तबादला?
अंबरनाथ। युसूफ शेख
कोरोना संक्रमण के कारण अप्रैल में होने वाले अंबरनाथ नगरपरिषद के चुनाव नहीं हो पाए हैं। अंबरनाथ नपा में 57 नगरसेवक हैं। जिनका कार्यकाल 17 मई को समाप्त हो रहा है। नगराध्यक्ष का कार्यकाल भी 17 मई को समाप्त हो रहा है। क्या नगरसेवकों का कार्यकाल राज्य सरकार बढ़ाएगा ऐसी चर्चा शहर में हो रही है। वहीं शहर में इस तरह की अफवाह ने भी जोर पकड़ा है कि लाॅकडाऊन के दौरान मुख्याधिकारी द्वारा की गई गलतियों के कारण उनका तबादला किया जा सकता है।
नगरपालिका के कार्यकाल पर नगरविकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने अभी तक कोई खुलासा नहीं किया है। पालिका के विद्यमान सदस्यों को मुद्दत बढ़ाकर भी दी जा सकती है नहीं तो प्रशासक के हवाले भी किया जा सकता है। लाॅकडाऊन में स्वतः मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी मुश्किल में आ गए हैं। कोरोना का कहर तेजी से बढ़ रहा है इसलिए अब 6 महिने तक चुनाव होना मुश्किल है। अंबरनाथ नगरपरिषद पर प्रशासक बिठाए जाने के संकेत मिल रहे हैं। महानगरपालिकाओं और नगरपरिषद जिनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है वहां पर प्रशासक बिठाए जाने की सिफारिश चुनाव आयोग ने राज्य सरकार से की है। अगर राज्य शासन ने ये सिफारिश मंजूर की तो अंबरनाथ नगरपरिषद पर प्रशासक का राज हो सकता है। केवल 20 दिन ही रह गए हैं। देखना है राज्य सरकार क्या निर्णय लेती है। कोरोना के कहर में सभी नगरसेवक अपने-अपने परिसर में जनता की भलाई के कामों जैसे उन्हें भोजन देना, अनाज पहुंचाना परिसर को सेनिटाईज करने में व्यस्त हैं। ऐसे कठिन परिस्थिति में क्या खबर आती है उस पर सबकी नजर लगी हुई है। साथ ही मुख्याधिकारी तबादले की अफवाह भी क्या सच साबित होती है यह भी देखने वाली बात होगी क्योंकि उनके गलतियों के चर्चे शहर में जोरों पर चल रहे हैं।