अंबरनाथ के 25 गैस डिलेवरी बाॅय मुंब्रा में
अंबरनाथ। युसूफ शेख
अंबरनाथ के 25 गैस सिलेंडर डिलेवरी बाॅय मुंब्रा के हजारों घरों में जाकर इस कोरोना वायरस महामारी के समय अपनी जान खतरे में डालकर अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। लाॅक डाऊन के दौरान शहरीयों को घरों में ही रहने को कहा जा रहा है लेिकन डाॅक्टर्स, सफाई कर्मी, पुलिस कर्मी की तरह गैस एजेंसियों में काम करने वाले डिलेवरी बाॅय भी अपनी जान खतरे में डालकर अपनी ड्यूटी को अंजाम दे रहे हैं।
अंबरनाथ के एचपी योगेश गैस एजेंसी के 20-25 डिलेवरी बाॅय मुंब्रा के पौने चार हजार गैस ग्राहकों को घर-घर जाकर अपनी सेवा पहुंचा रहे हैं। इन डिलेवरी बाॅय को लाने ले जाने के लिए एक बस का प्रबंध किया गया है। ये लड़के रोजाना 900 सिलेंडरों को डिलेवरी करते हैं। ऐसा एजेंसी के इंचार्ज कोपल ने बताया है। डिलेवरी बाॅय पंकज म्हाजन ने बताया कोरोना वायरस से बचाव के लिए हम मुंह पर मास्क या रुमाल बांधकर सिलेंडर को सेनीटाईजर करते बदलते हैं। हम हाथों में कई बार सेनीटाईजर मलते हैं। बाॅय कैलाश माली का कहना है कि हम जाने को खतरे में डालकर इसलिए ये सेवा कर रहे हैं कि शहरीयों के चूल्हे बंद ना हो। इन डिलेवरी बाॅय ने ये भी शिकायत की है कि हमारी इस सेवा को नजर अंदाज किया जा रहा है। वह किचन में जाकर नया सिलेंडर बदलते भी हैं। वह इस बात की चिंता भी नहीं करते कि जिस घर में वह दाखिल हो रहे हैं वहां कोराना का रोगी भी हो सकता है। उन्हें इस बात की शिकायत है कि लाॅकडाऊन के दौरान सेवा करने वाले डाॅक्टर्स, नर्स, सफाई कर्मचारी, पुलिस की प्रशंसा की जा रही है लेकिन घर घर जाकर गैस सिलेंडर वाले डिलेवरी बाॅय की सेवा की प्रशंसा कोई नहीं कर रहा है। उल्हासनगर व अंबरनाथ शहर के घरों में गैस सिलेंडर की डिलेवरी करने वालों का दै. उल्हास विकास ने आभार प्रकट किया है।