उड़ीसा सरकार ने जिलाधिकारी को फोन करके खबर दी
अंबरनाथ। युसूफ शेख
अंबरनाथ के दुर्गापाड़ा गांव में उड़ीसा से जीन्स कारखाने में आए हुए आठ परिवार के 28 सदस्यों को दो दिनों से भोजन नहीं मिला है, जहां वह काम कर रहे थे उनके मालिक ने भी उन्हें भोजन देना बंद कर दिया है ऐसा एक फोन काॅल उड़ीसा सरकार की तरफ से ठाणे जिलाधिकारी को आने पर उन्होंने अंबरनाथ के तहसीलदार ने मुख्याधिकारी से बात करके मसले को तुरंत हल करने को कहा। परिवार के 28 सदस्यों को मानव सेवा चेरीटेबल ट्रस्ट की ओर से भोजन का प्रबंध किया गया है। ऐसी जानकारी हमें ट्रस्ट के बेलाराम कुंभार ने दी है। अब उनको रोजाना दोनों समय का भोजन दिया जाएगा।
विदित हो कि शहर के महात्मा गांधी विद्यालयमें 80 पुरुष, महिला और बच्चों को शरण दिया गया है। गुरुवार को पालक मंत्री एकनाथ शिंदे ने यहां का दौरा करके उन शरणार्थीयों से बातचीत करके उनकी बातों को सुना दुर्गापाड़ा के 28 लोगों को ट्रस्ट की ओर से 80 किलो चावल, 16 किलो दाल, 16 किलो शक्कर, राई तेल, चाय पत्ती, हल्दी, साबून आदि भी जरूरी सामान पहुंचाया गया है। ट्रस्ट के अध्यक्ष अरविंद वालेकर, राजेश वालेकर, बेलाराम कुंभार आदि सदस्यों की देखरेख में लाॅक डाऊन के पहले दिन से ही रोजाना 850 से एक हजार लोगों को भोजन के अलावा अनाज वितरित किया जा रहा है।